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अंतर स्पष्ट करो : वसूली खाते की प्रथम पद्धति और दूसरी पद्धति

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प्रथम पद्धतिद्वितीय पद्धति
इस पद्धति में बहीयों को बंद करने के लिये संपत्तियों के खाते बंद करके वसूली खाते लिखा जाता है ।इस पद्धति में संपत्ति बेचने पर संपत्ति के खाते की बाकी लाभ या हानि वसूली खाते लिखा जाता है ।
इस पद्धति में दायित्व के खाते बंद करके वसूली खाते लिखा जाता है।इस पद्धति में दायित्व के भुगतान के बाद अंतिम बाकी लाभ या हानि वसूली खाते लिखा जाता है ।
जब एक साथ समग्र संपत्ति और दायित्व को बेचा जाये तब इस पद्धति का उपयोग किया जाता है ।इस पद्धति में समग्र संपत्ति और दायित्व न बेचा जाये वहाँ इस पद्धति का उपयोग किया जाता है ।



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