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Answer» भारत में जमीन मालिकी, खेत का कर्ज और कृषि उत्पादन की बिक्री के संबंध में निम्न संस्थागत सुधार हुए है: - सरकार ने जमीदारी प्रथा को समाप्त करके किसानों को शोषण से मुक्त किया ।
- ‘जो जोते उसकी जमीन’ के कानून द्वारा खेत को जोतनेवाले को जमीन का मालिकी अधिकार दिया ।
- किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा राष्ट्रीयकृत और सहकारी बैंकों से किसानों को आर्थिक मदद के रूप में कर्ज दिया जाता है ।
- सरकार बीजों और खाद तथा जंतुनाशक दवाएँ खरीदने के लिए सबसीडी और आर्थिक मदद करती है ।
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना द्वारा किसानों को खेती फसलों की बीमाकीय रक्षा प्रदान की गयी है ।
- अकाल या अधिक वर्षा के कारण फसल निष्फल जाये तब सरकार द्वारा किसानों को आर्थिक सहायता की जाती है । .
- मार्केट यार्ड में कृषि उपजों की बिक्री में कानूनी प्रावधान द्वारा खुली बिक्री की प्रक्रिया को व्यापक बनाया है ।
- किसानों को कृषि उपजों का उचित मूल्य मिले इसके लिए सरकारी मंडलियों, खरीद बिक्री संघ, सहकारी स्तर पर गोदामों, शीतगृहों, परिवहन और संचार की सुविधाएँ दी जाती है ।
- किसानों से कृषि उपजे सरकार द्वारा निश्चित किये गये समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए निम्न संस्थाओं की स्थापना की गयी है –
(i) नेशनल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इण्डिया । (ii) गुजरात तेलीय उत्पादन संघ (iii) राष्ट्रीय डेयरी विकास निगम ।
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