1.

देशी राज्यों के एकीकरण में सरदार पटेल का योगदान ।

Answer»

भारत जब स्वतंत्र हुआ उस समय छोटी-बड़ी 562 देशी रियासतें थी । जिनका भारत संघ में विलय का कार्य कठीन था ।

  • जुलाई, 1947 के मध्यस्थ सरकार के गृहमंत्री सरदार पटेल की नियुक्ति के साथ विलय की प्रक्रिया को गति मिली ।
  • सरदार पटेल ने देशी रियासतों को अपील की कि उनके, शासन के अधीन प्रजा और भारतीय संघ के हित में वे अपने राज्यों का स्वेच्छा से त्याग करें और एक शक्तिशाली, अखण्ड भारत की नींव डालने में अपना योगदान दें ।
  • सरदार पटेल ने उनके अधिकारों और हितों की रक्षा का आश्वासन दिया ।
  • 15 अगस्त, 1947 तक 559 रियासतों का भारतीय संघ में विलय हुआ ।
  • सरदार पटेल की चतुराई और जूनागढ़ के लोगों की प्रबल इच्छा के कारण जूनागढ़ का भारतीय संघ में विलय हुआ ।
    सरदार पटेल ने हैदराबाद के निजाम के प्रतिनिधि को समझाया कि समय की माँग को देखकर भारतीय संघ में मिलने से ही सबका हित है । लेकिन निजाम नहीं माना तो पुलिस कार्यवाही करके हैदराबाद को भारतीय संघ में मिला दिया गया ।
  • सन 1948 में पाकिस्तानी आक्रमण के बाद कश्मीर ने भारत में विलय के पत्र पर हस्ताक्षर कर दिये ।
  • इस प्रकार सरदार पटेल के नेतृत्व में भारत के एकीकरण का कार्य अत्यन्त थोड़े समय में सम्पन्न हो गया ।


Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions