1.

एक संधारित्र की प्लेट क क्षेत्रफल A एवं दोनों प्लेटो के मध्य की दुरी d है , इन्हे A .C स्त्रोत से आवेशित किया जाता है । दर्शाइये की संधारित्र को आवेशित करने वाली धारा एवं संधारित्र के भीतर की धारा एक समान है ।

Answer» संधारित्र की प्लटो के मध्य विधुत क्षेत्र
` E=(q)/(epsi_(0)A)`
जहाँ q , संधारित्र की धनात्मक प्लेट पर एकत्रित आवेश है
अंत : इस प्लेट से गुजरने वाला विधुत फ्लक्स ` phi =- EA `
या ` phi =(q)/(epsi_(0)A)A=(q)/(epsi_(0))`
तथा विस्थापन धारा ` I_(d) = epsi (d phi )/(dt)`
`=epsi_(0) (d)/(dt)((q)/(epsi_(0)))`
` =(d q)/(dt)=(` चालन धारा `)`
` i_(d)=I_(c)`


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