InterviewSolution
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`[Fe(CN)_(6)]^(4-)` तथा `[Fe(H_(2)O)_(6)]^(2+)` दोनों तनु विलयन में भिन्न-भिन्न रंग के होते हैं। क्यों ? |
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Answer» दोनों जटिलों में आयरन की ऑक्सीकरण अवस्था +2 है। `Fe ^(2 +)` का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास `3d ^(6 )` है तथा इसमें चार अयुग्मित इलेक्ट्रॉन है। `[Fe(CN)_(6)]^(4-)` में `CN ^(-)` लीगैंडस प्रबल हैं तथा इलेक्ट्रॉनों को युग्मित कर देते हैं। जबकि `[Fe(H_(2)O)_(6)]^(2+)` में `H _(2)O ` लीगैंडस दुर्बल हैं तथा इलेक्ट्रॉनों को युग्मित करने में असमर्थ होते हैं। अतः अयुग्मित इलेक्ट्रॉन की संख्या में अंतर के कारण ये जटिल तनु विलयन में भिन्न-भिन्न रंग प्रदर्शित करते हैं। |
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