1.

कायिक संकरण का क्या महत्व है ?

Answer» कायिक संकरण का महत्व- कायिक संकरण विधि से ऐसी जातियों के संकर प्राप्त किए जा सकते हैं, जिनमें लैंगिक संकरण संभव नहीं है| उदाहरण के लिए आलू के पुष्पी एवं अपुष्पी क्लोन के कायिक संकर जननक्षम (Fertile) पुष्प देते हैं | गाजर एवं चावल के कायिक संकर प्राप्त कर सकते हैं इनमें लैंगिक संकर प्राप्त करना संभव नहीं है | का कायिक संकरों से जीन स्थानांतरण एवं कोशिका द्रव्य स्थानांतरण किया जा सकता है |


Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions