1.

प्रकाश के दो स्त्रोत A ओर B है | A से उत्सर्जित प्रकाश का तरंगदैर्घ्य 8000 Å से 11000 Å है जबकि B से उत्सर्जित प्रकाश का तरंगदैर्घ्य 3000 Å से 6000 Å तक है | A की तीव्रता B की अपेक्षा 4 गुनी है, किन्तु जब A से प्रकाश किसी धातु पर आपतित होता है तो प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते है, जबकि B का प्रकाश उसी धातु से प्रकाश-इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित करता है क्यों ?

Answer» प्रकाश-इलेक्ट्रॉन का उत्सर्जन आपतित प्रकाश की ऊर्जा पर निर्भर करता है उसकी तीव्रता पर नहीं | A से उत्सर्जित प्रकाश का तरंगदैर्घ्य अधिक है, अतः उसकी ऊर्जा कम होगी | B से उत्सर्जित प्रकाश का तरंगदैर्घ्य कम है अतः उसकी ऊर्जा अधिक होगी |
`[because E = hv = (hc)/(lambda)]`
A से उत्सर्जित प्रकाश की ऊर्जा धातु के कार्यफलन से कम है | अतः उससे इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित नहीं होते है | B से उत्सर्जित प्रकाश की ऊर्जा के कार्यफलन से अधिक है | अतः उससे इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होते है |


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