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सुभाषचंद बोस की मूर्ति टोपी की नोंक से कोट के दूसरे बटन तक कोई दो फुट ऊँची थी ।ऐसी मूर्ति को कहा जाता है - 1 point |
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Icse 2017 Solutions
Netaji Ka Chashma ICSE 2017 Solutions for Class 10 Hindi Chapter 4 - Netaji Ka Chashma Chapter 4 - Netaji Ka Chashma Page / Exercise Chapter 4 - Netaji Ka Chashma Exercise प्रश्न-अभ्यास Question क-i निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : इसी नगरपालिका के उत्साही बोर्ड या प्रशासनिक अधिकारी ने एक बार 'शहर' के मुख्य चौराहे पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की एक संगमरमर की प्रतिमा लगवा दी यह कहानी उसी प्रतिमा के बारे में है,बल्कि उसके भी एक छोटे-से हिस्से के बारे में। हालदार साहब कब और कहाँ-से क्यों गुजरते थे? Solution क-i हालदार साहब हर पंद्रहवें दिन कंपनी के काम के सिलसिले में एक कस्बे से गुजरते थे। जहाँ बाज़ार के मुख्य चौराहे पर नेताजी की मूर्ति लगी थी। Question क-ii निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : इसी नगरपालिका के उत्साही बोर्ड या प्रशासनिक अधिकारी ने एक बार 'शहर' के मुख्य चौराहे पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की एक संगमरमर की प्रतिमा लगवा दी यह कहानी उसी प्रतिमा के बारे में है, बल्कि उसके भी एक छोटे-से हिस्से के बारे में। कस्बे का वर्णन कीजिए। Solution क-ii कस्बा बहुत बड़ा नहीं था। जिसे पक्का मकान कहा जा सके वैसे कुछ ही मकान और जिसे बाज़ार कहा जा सके वैसा एक ही बाज़ार था। कस्बे में एक लड़कों का स्कूल, एक लड़कियों का स्कूल, एक सीमेंट का कारखाना, दो ओपन एयर सिनेमाघर और एक नगरपालिका थी। Question क-iii निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए : इसी नगरपालिका के उत्साही बोर्ड या प्रशासनिक अधिकारी ने एक बार 'शहर' के मुख्य चौराहे पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस की एक संगमरमर की प्रतिमा लगवा दी यह कहानी उसी प्रतिमा के बारे में है, बल्कि उसके भी एक छोटे-से हिस्से के बारे में। नगरपालिका के कार्यों के बारे में बताइए। Solution क-iii उस कस्बे नगरपालिका थी तो कुछ-न कुछ करती भी रहती थी। कभी कोई सड़क पक्की क |
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