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विक्रय-वृद्धि की प्रयुक्तियाँ (तकनीक) (Techniques of Sales Promotion) समझाइए । |
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Answer» विक्रय-वृद्धि की प्रयुक्तियाँ (तकनीक) निम्न है : (1) प्रतिफल : जब उत्पाद वास्तविक विक्रय मूल्य से कम मूल्य पर सीमित समय के लिये रखा जाये तो उन्हें प्रतिफल प्रदान किया गया जिसे सामान्य भाषा में ‘सेल’ के रूप में पहचाना जाता है । ऐसी प्रयुक्ति सामान्यत: धन्धाकीय इकाईयाँ अपना अन्तिम स्टॉक कम करने हेतु अपनाते है । (2) बट्टा (Dicsount) : सूचीपत्रक के मूल्य का अमुक प्रतिशत रकम कम ली जाये तो उन्हें बट्टा कहते हैं । कई बार उत्पादक अपना कमीवाला माल बट्टे से विक्रय करते है । इस कारण से ग्राहक शीघ्र आकर्षित हो जाते है । (3) विज्ञापन का कुपन : इस प्रयुक्ति में बाजारकर्ता विज्ञापन के प्रभाव की प्रभावशीलता की जाँच करते है और ग्राहकों को लाभ भी दिया जाता है । इस प्रयुक्ति में ग्राहक को विज्ञापन का कटिंग अथवा खाली पैकिंग वितरण को दिया जाता है । जिसके बदले में ग्राहक को अमुक खरीदी पर अमुक निश्चित रकम घटायी जाती है । (4) भेंट : उत्पाद के ऊपर कई बार छोटे जत्थे की उन्हीं उत्पाद को मुफ्त में दिया जाता है । जैसे साबुन की खरीदी पर एक साबुन मुफ्त देने की धन्धाकीय इकाईयाँ विज्ञापन करती है । लेकिन कई बार उत्पाद का मूल्य तो इतना ही रखते हैं, परन्तु उत्पाद के जत्थे को बढ़ा देती है । जैसे शेविंग की क्रीम, व टूथपेस्ट पर 25% अधिक जत्था उत्पादक को उन्हीं मूल्य पर उपलब्ध कराया जाता है । (5) अन्य उत्पाद की भेंट : ग्राहकों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर कई बार उत्पाद के साथ गौण उत्पाद मुफ्त दिया जाता है । जैसे टूथपेस्ट के साथ टूथब्रश मुफ्त में दिया जाता है । इसके अलावा कई उत्पाद के साथ कोई भी सम्बन्ध न हो फिर भी उत्पाद की भेट दी जाती है । जैसे पाँच साबुन पर एक बोलपेन मुफ्त में देने का विज्ञापन किया जाता है । (6) इनामी ड्रो : इसमें ग्राहक को एक कूपन या कोड, उत्पाद के साथ दिया जाता है । निश्चित समय के बाद समस्त कूपनो का ड्रो किया जाता है और विजेताओं को इनाम में वस्तुयें दी जाती है । जैसे भारत पेट्रोलियम स्वयं पेट्रोल की 200 रु. से अधिक रकम का पेट्रोल लेनेवाले ग्राहकों को इनामी ड्रो की कूपन दी जाती है । (7) ऋण की सुविधा बिना ब्याज के : जब उत्पाद का मूल्य अधिक हो और ग्राहक एक साथ रकम न चुका सके तब इस प्रयुक्ति का उपयोग किया जाता है । उदाहरण के रूप में टेलिविजन, रेफ्रीजेरेटर व घरघण्टी जैसी वस्तुओं की खरीदी पर ऋण (Loan) की सुविधा दी जाती है । ग्राहक कुछ रकम भुगतान करके उत्पाद का उपयोग कर सकता है । (8) नमूने का वितरण : कई बार खाद्य पदार्थो की नजदिक मूल्य की वस्तुओ के लिये नमूने का वितरण किया जाता है । सामान्य रूप से इस तरह का वितरण ग्राहकों को उत्पाद के अनुभव दिलाने के लिये ही किया जाता है । शेम्पु, साबुन, तेल आदि उत्पादो के छोटे पैकिंग के नमूने मुफ्त में वितरण किया जाता है । (9) स्पर्धाओं का आयोजन : उत्पादक अपने सम्भवित ग्राहकों को एक साथ नये उत्पादों का अनुभव कराने अथवा एक साथ सभी ग्राहकों को मिलने के लिये स्पर्धा का आयोजन करते है । जैसे चित्रकाम के रंग बनानेवाली धन्धाकीय इकाई नये रंग बाजार में रखने से पहले उनके ग्राहकों के बारे में समस्त जानकारी प्राप्त करने हेतु वह बालकों की रंगपूर्ति स्पर्धा आयोजित करती है । स्पर्धा के विजेता को नये उत्पाद की भेंट दी जाती है । |
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