InterviewSolution
| 1. |
विनिमय दर पर टिप्पणी लिखिए । |
|
Answer» जब भारतीय नागरिक विदेश घूमने जाते है तब वे भारतीय चलन रु. में वहाँ खरीदी नहीं कर सकते हैं । उन्हें रु. को सम्बन्धित देश के चलन में परिवर्तन करना पड़ता है । उसी प्रकार भारत में कोई आयातकार विदेशी वस्तु की आयात करे तब उसे भुगतान उस देश के चलन या अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत चलन में करना पड़ता है । यह उदाहरण भारत के विदेशी विनिमय दर के लिए माँग को दर्शाता है । उसी प्रकार विदेशी भारत के रु. की माँग कर सकते हैं । ऐसे प्रवासियों या व्यापारियों बैंकों के पास से अथवा चलन के कानून मान्य व्यापारियों के पास जाकर अपने देश की चलन को अन्य चलन में रूपांतरण या परिवर्तित करवाते हैं । इस प्रकार का रूपांतरण या परिवर्तन किसी निश्चित दर पर होता है । इस दर को विदेशी विनिमय दर कहते हैं । विदेशी विनिमय दर की परिभाषा देख लें – ‘जिस दर पर एक देश की चलन को दूसरे देश की चलन में परिवर्तित कर सके उस दर को विदेशी विनिमय दर कहते हैं ।’ ‘एक देश की चलन दूसरे देश की चलन में व्यक्त होनेवाली कीमत अर्थात् विदेशी विनिमय दर ।’ |
|