InterviewSolution
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20 सेमी व्यास की एक ऊर्ध्वाधर ताँबे की चकती अपने केंद्र से गुजरने वाली क्षैतिज अक्ष के परित: 10 चक्कर प्रति सेकण्ड लगा रही है । 100 गौस का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र चकती के लम्ब्वत कार्य कर रहा है । चकती के केन्द्र व रिम के बीच उत्पन्न विधुत वाहक की गणना कीजिये । |
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Answer» चकती के बद्ध चुम्बकीय फ्लक्स ltbr `Phi_(B) = BA = B(pi r^(2))` प्रश्नानुसार , `B = 100` गौस ` = 100 xx 10^(-4) = 10^(-2) "वेबर"//"मीटर"^(2)` तथा `r = 10 "सेमी" = 0.1 "मीटर"` `:. Phi_(B) = 10^(-2) {3.14 xx (0.1)^(2)} = 3.14 xx 10^(-4) "वेबर"` चकती की प्रत्येक त्रिज्या चक्कर में चकती से बद्ध फ्लक्स `Phi_(B)` को एक बार काटेगी। इसका अर्थ हे की प्रत्येक चक्कर में फ्लक्स -परिवर्तन `Phi_(B)` होगी। चूँकि चकती 1 सेकण्ड में 10 चक्कर पूरे कर रही है, अतः फ्लक्स-परिवर्तन की दर 10 `Phi_(B)` होगी, जो की त्रिज्या के सिरों अर्थात चकती के केंद्र व रिम के बीच प्रेरित विधुत वाहक बल e होगा । `e = 10 Phi_(B) = 10 "सेकण्ड"^(-1) (3.14 xx 10^(-4) "वेबर")` `= 3.14 xx 10^(-3) "वोल्ट" = 3.14 "मिलीवोल्ट"`। |
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