1.

3. निश्चित व अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण को सोदाहरण समझाइए व उनमें अंतर भी स्पष्ट कीजिए।​

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परिमाणवाचक विशेषण की परिभाषा ऐसे शब्द जो हमें किसी संज्ञा या सर्वनाम के नाप-तौल या मात्रा का बोध कराएं, वे शब्द परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं। जैसे : दो किलो चीनी, चार किलो तेल, थोड़े फल, एक लीटर दूध, एक तोला सोना, थोड़ा आटा आदि। परिमाणवाचक विशेषण के उदाहरण जाओ बाज़ार से एक किलो आटा लेकर आओ। पर दिए गए उदाहरण में आप देख सकते हैं एक किलो शब्द का प्रयोग किया गया है। यह हमें आटे का परिमाण बता रहा है जो कि हमें बाज़ार से लाना है। इस शब्द से हमें आटे का परिमाण पता चल रहा है। अतः यह परिमाणवाचक विशेषण के अंतर्गत आएगा। मेरे लिए थोड़े फल लेकर आओ। जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं थोड़े शब्द का इस्तेमाल किया गया है। इस शब्द से हमें सटीक मात्र का पतानाही चल रहा लेकिन इससे हमें पता चल गया है कि लगभग कितने फल लाने हैं। यह शब्द अनिश्चितता प्रकट कर रहा है। अतः यह शब्द परिमाणवाचक विशेषण के अंतर्गत आएगा। मिठाइयाँ बनाने के लिए हमें दो किलो चीनी की ज़रूरत पड़ेगी। ऊपर दिए गए उदाहरण में जैसा कि आप देख सकते हैं दो किलो शब्द का इस्तेमाल किया गया है। यह शब्द हमें बता रहा है की असल में हमें कितनी मात्रा में चीनी की आवश्यकता होगी। इस शब्द से हमें चीनी के परिमाण का पता चल रहा है। अतः यह शब्द परिमाणवाचक विशेषण के अंतर्गत आएगा। जाओ जाकर दर्जी से दो मीटर कपड़ा लेकर आओ। जैसा कि आपने ऊपर दिए गए उदाहरण में देखा दो मीटर शब्द का प्रयोग किया गया है। इससे हमें कपडे का वो परिमाण पता चल रहा है जोकि हमें लाना है। यह शायद हमें कपडे की मात्रा या परिमाण बता रहा है। अतः यह शब्द परिमाणवाचक विशेषण के अंतर्गत आएगा। परिमाणवाचक विशेषण के भेद निश्चित परिमान्बोधक विशेषण अनिश्चित परिमाणबोधक विशेषणExplanation:



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