Saved Bookmarks
| 1. |
4. हँस-हँस कर लोहे के चने चबाना कविता में किस अर्थ में प्रयुक्त हुआ क, चने के दाने चबानाख. हमेशा हँसते रहना।ग. लोहार का काम करनाअसंभव को संभव बनाना |
| Answer» TION:ग. लोहार का काम करनाअसंभव को संभव बनाना | |