InterviewSolution
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5 मीटर लम्बे तथा 0.08 सेमी व्यास के ताँबे के एक तार से 1 किग्रा के एक गोलक को बाँधकर एक सरल लोलक बनाया गया है और इसका कुछ आवर्तकाल है | अब 1 किग्रा के स्थान पर 10 किग्रा का पिण्ड लटकाया जाता है | आवर्तकाल में यदि कुछ परिवर्तन हो, तो ज्ञात कीजिए | (यंग-प्रत्यास्थता गुणांक `=12.4xx10^(10)" न्यूटन"//"मीटर"^(2)`) |
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Answer» माना लोलक के तार की लम्बाई l व त्रिज्या r है तथा लोलक से M g भार लटकाने पर तार की लम्बाई में `Deltal` वृद्धि होती है | तब तार के पदार्थ का यंग-प्रत्यास्थता गुणांक `Y=(F//A)/(Deltal//l)=("M g"//pir^(2))/(Deltal//l).` `:.Deltal=("M g")/(pir^(2))xx(l)/(Y).` प्रश्नानुसार, l = 5 मीटर तथा `r=0.04` सेमी `=0.04xx10^(-2)` मीटर | माना 1 किग्रा व 10 किग्रा के पिण्ड लटकने पर वृद्धियाँ क्रमश: `Deltal_(1)` व `Deltal_(2)` हैं | तब `Deltal_(1)=((1xx9.8)" न्यूटन")/(3.14xx(0.04xx10^(-2))^(2))xx(5)/(12.4xx10^(10))` `=0.00786" मीटर |"` माना 1 किग्रा व 10 किग्रा के पिण्ड के साथ लोलक के आवर्तकाल क्रमश: `T_(1)` व `T_(2)` हैं | चूँकि लोलक का आवर्तकाल `Tpropsqrt(l)` अत: `(T_(2))/(T_(1))=sqrt((l+Deltal_(2))/(l+Deltal_(1)))=sqrt((5.00786)/(5.000786))=1.0007.` नया आवर्तकाल प्रारम्भिक का 1.0007 गुना होगा | |
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