1.

`8xx10^(-2)m` त्रिज्या वाले एक खोखले गोलाकार चालक `1.2xx10^(-9)C` पर आवेश स्थित है निम्नलिखित बिन्दुओ पर विधुत-विभव एवं तीव्रता की गणना करें (i) खोखले गोले के केंद्र से 2 m की दूरी पर (ii) खोखले गोले की सतह पर (iii) खोखले गोले के अंदर

Answer» विभव - (ii) खोखले गोले के केंद्र से r दूरी पर विधुत-विभव
`V=1/(4piin_0)Q/r=(9xx10^9Nm^2C^(-2))xx((1.2xx10^(-9)C))/((2m))=9xx0.6V=5.4V`
(ii) खोखले गोले की सतह पर विधुत-विभव
`V=1/(4piin_0)Q/R` , (जहाँ R = गोले की त्रिज्या `= 8xx10^(-2)m)`
`=(9xx10^9Nm^2C^(-2))xx(1.2xx10^(-19)C)/((8xx10^(-2)m))=(2.7)/2xx10^2V=135V`
(iii) खोखले गोले के अंदर विधुत-विभव का मान वही होता है जो गोले की सतह पर
अतः गोले के अंदर विभव = 135 V
तीव्रता - (i) खोखले गोले के केंद्र से r दूरी पर विधुत तीव्रता
`E=1/(4piin_0)Q/r^2=(9xx10^9Nm^2C^(-2))xx((1.2xx10^(-9)C))/((2m)^2)=9xx0.3NC^(-1)=2.7NC^(-1)`
(ii) खोखले गोले के सतह पर विधुत-तीव्रता
`E=1/(4piin_0)Q/R^2=(9xx10^9Nm^2C^(-2))xx((1.2xx10^(-9)C))/((8xx10^(-2)m)^2)=(9xx1.2)/(64)xx10^4NC^(-1)`
`=1.7xx10^3NC^(-1)`
(iii) खोखले गोले के अंदर सभी जगह विधुत-तीव्रता शून्य होती है
अतः , गोले के अंदर विधुत-तीव्रता = 0 (zero)


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