InterviewSolution
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आदर्श द्वि- स्लिट प्रयोग में जब व्यतिकारी किरणों (तरंगदैर्ध्य `lambda`) में से एक के मार्ग में t मोटाई की काँच की प्लेट (अपवर्तनांक 1.5 ) रखी जाती है तो जहाँ पहले केन्दीय उच्चिष्ठ बनता था उस स्थान पर तीव्रता अपरिवर्तित रहती है। तब काँच की प्लेट की न्यूनतम मोटाई है:A. `2 lambda`B. `2 lambda //3`C. ` lambda //3`D. `lambda` |
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Answer» Correct Answer - A प्लेट रखने पर व्यतिकरण चित्र का विस्थापन एक फ्रिन्ज – चौडाई के बराबर होगा अर्थात `x_(0) =( D)/(d)(n-1)t` यहाँ `x_(0) =W =(D lambda)/(d)` `:. , t = lambda //(n-1) = lambda// (1.5-1) = 2 lambda` |
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