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Answer» 2 जुलाई, 1943 को सुभाषचंद्र बोस जापान से सिंगापुर गये और 4 जुलाई, 1943 के दिन सर्वसम्मति से ‘इंडियन इन्डिपेन्डन्स लीग’ के अध्यक्ष चुने गये । - सुभाषचंद्र बोस ने रासबिहारी द्वारा INA का अध्यक्ष पद छोड़ने पर यह पद ग्रहण किया । तभी से उन्हें ‘नेताजी’ के नाम से जाना गया ।
- सुभाषचंद्र बोस ने सिंगापुर में कामचलाऊ सरकार की स्थापना की और स्वयं उसके प्रधानमंत्री बने ।
- 21 अक्टूबर, 1943 को इस सरकार के कार्यालय का उद्घाटन किया ।
- कामचलाऊ सरकार को जापान, जर्मनी, इटली, राष्ट्रवादी चीन, फिलिपाईन्स, बर्मा, मंचूरिया आदि ने मान्यता दी ।
- कामचलाऊ सरकार ने इंग्लैण्ड, अमेरिका समूह के विरुद्ध जापान की सहायता की ।
- नेताजी ने 1943 में अंदमान-निकोबार टापुओं की मुलाकात लेकर उन्हें शहीद और स्वराज्य का नाम दिया ।
- नेताजी ने INA को ‘चलो दिल्ली’ और ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ के नारे दिये ।
- मई, 1944 में नेताजी के नेतृत्व में INA की सैनिक टुकड़ी ने रंगून, प्रोम, कोहिमा, इम्फाल आदि को जीत लिया ।
- किन्तु द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के शरणागति स्वीकार करने से INA को मिलनेवाली सहायता बंद हो गई ।
- तदुपरांत ब्रिटेन के हवाई जहाजों द्वारा आजाद हिन्द फौज पर की गई बमबारी के कारण स्थिति खराब हो गई तथा फार्मोसा में विमान घटना के कारण सुभाषचंद्र की मृत्यु हो गई ।
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