|
Answer» हमारे विचार में लोकतंत्र शासन व्यवस्था में अभी भी अनेक कमियां हैं, जो इस प्रकार है... - हम अभी वास्तविक लोकतंत्र में नहीं जी रहे। आज का लोकतंत्र जनता का तंत्र ना होकर पार्टीतंत्र हो गया है। जनता की भागीदारी केवल चुनाव तक ही रह गयी है, यानि वह अपने प्रतिनिधि को चुनती है।
- लोकतंत्र में शासन के हर महत्वपूर्ण कार्य में जनता की भागीदारी होनी चाहिये और जनता की सर्व-सम्मति से ही कोई बड़ा निर्णय लेना चाहिये जैसे कि जनमत संग्रह कराकर।
- जनता जिस दल के प्रतिनिधि चुनते हैं, वह दल हावी हो जाता है और जनता के हितों की अनदेखी होती रहती है, नेता लोग बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन खुद के चुने जाने के बाद उन वायदों को भूलकर अपने हित साधने में लगे रहते हैं और जनता असहाय होकर देखती रहती है।
- जनता के हाथ में अभी वह पूरी शक्ति नहीं आई है कि वह किसी नेता के वायदे के खिलाफ तुरंत कार्यवाही कर सके। उसे अगले चुनाव तक इंतजार करना होता है, यह लोकतंत्र की सबसे बड़ी खामी है। इसके कारण प्रतिनिधि को भ्रष्टाचार करने का पर्याप्त समय मिल जाता है।
- लोकतंत्र का असली अर्थ तभी होता कि जैसे ही जनता को लगे कि उसके हित की अनदेखी हो रही है वह तुरंत कार्यवाही कर सके और उस प्रतिनिधि को हटा सके। जिससे प्रतिनिधि के मन में भय रहता कि मेरे द्वारा कोई गलत कार्य करने पर जनता मुझे तुरंत हटा देगी।
- लोकतंत्र की सबसे बड़ी कमी ये है कि इसमें जन प्रतिनिधियों के लिये योग्यता का कोई मानदंड नही है, जिसके कारण अयोग्य लोग भी चुनकर आ जाते हैं, शासन का संचालन सुचारू रूप से नही चला पाते।
- लोकतंत्र की ये कमी ये है कि इसमें नैतिकता का भी कोई मानदंड नही है, जिससे आपराधिक छवि वाले प्रतिनिधि भी चुनकर जा रहे हैं। जिस तरह जीवन के हर क्षेत्र में योग्यता और नैतिकता का एक मापदंड होत है, लोकतंत्र में भी जनप्रतिनिधियों के लिए योग्यता और नैतिकता का एक मापदंड होना चाहिए, ताकि स्वच्छ छवि वाले प्रतिनिधि चुनकर जाएं।
≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡≡ संबंधित कुछ अन्य प्रश्न—▼
लोकतांत्रिक देश संविधान क्यों अपनाते हैं? brainly.in/question/20099205 ═══════════════════════════════════════════ भारतीय लोकतंत्र की प्रमुख दो चुनौतियां कौन-कौन सी है brainly.in/question/20644995 ○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○○
|