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आर.के .मटनके प्रकार्यवाद के सिद्धांत की विवेचना कीजिए​

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मर्टन का कहना है कि प्रकार्य सामाजिक व्यवस्था को संगठित तथा व्यवस्थित बनाने वाले कार्य है। अतएव समाजशास्त्र मे प्रकार्य का ही महत्व है। मर्टन का यह मत है कि प्रकार्य एवं अकार्य या दुष्कार्य का पता अथवा ज्ञान किया जा सकता है। मर्टन का मत है कि प्राकर्य मे सामाजिक तथा सांस्कृतिक तत्वों का भी महत्व हैExplanation:अकार्य या दुष्कार्य का पता अथवा ज्ञान किया जा सकता है। मर्टन का मत है कि प्राकर्य मे सामाजिक तथा सांस्कृतिक तत्वों का भी महत्व है



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