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अब इस जन्म में हमारा-तुम्हारा साथ नहीं हो सकता’-तुलसीदास के इस कथन में व्यंजित भाव है –(क) वेदना(ख) पश्चात्ताप(ग) वैराग्य(घ) तिरस्कार। |
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Answer» अब इस जन्म में हमारा-तुम्हारा साथ नहीं हो सकता’-तुलसीदास के इस कथन में व्यंजित भाव है वैराग्य। |
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