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अपूर्ण काव्य को पूर्ण कीजिए :रात होने पर मैं निकलता सबको देता हूँ शीतलता। |
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Answer» रात होने पर मैं निकलता सबको देता हूँ शीतलता। मुझे देख सबके दिल बहलते। बच्चे मुझे पाने को मचलते। सब कहते हैं मुझको ‘मामा’। हर बालक है मेरा भाँजा। यों तो मैं तारों का राजा। |
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