1.

बाढ़ आपदा निवारण हेतु प्रमुख उपाय लिखिए। या बाढ़ नियन्त्रण हेतु कोई दो उपाय सुझाइए।याबाढ़ आपदा की समस्या के समाधान के लिए चार सुझाव दीजिए।

Answer»

बाढ़ आपदा निवारण हेतु प्रमुख उपाय निम्नलिखित हैं

1. सीधा जलमार्ग– बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों में जलमार्ग को सीधा रखना चाहिए जिससे वह तेजी से एक सीमित मार्ग से बह सके। टेढ़ी-मेढ़ी धाराओं में बाढ़ की सम्भावना अधिक होती है।

2. जलमार्ग-परिवर्तन– बाढ़ के उन क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए जहाँ प्राय: बाढ़े आती हैं। ऐसे स्थानों से जलमार्ग को मोड़ने के लिए कृत्रिम ढाँचे बनाये जाते हैं। यह कार्य वहाँ किया जाता है जहाँ कोई बड़ा जोखिम न हो।

3. कृत्रिम जलाशयों का निर्माणवर्षा के जल से आबादी-क्षेत्र को बचाने के लिए कृत्रिम जलाशयों का निर्माण किया जाना चाहिए। इन जलाशयों में भण्डारित जल को बाद में सिंचाई अथवा पीने के लिए। प्रयोग किया जा सकता है। इन जलाशयों में बाढ़ के जल को मोड़ने के लिए जल कपाट लगे होते हैं।

4. बाँध-निर्माणआबादी वाले क्षेत्रों को बाढ़ से बचाने के लिए तथा जल के प्रवाह को उस ओर से रोकने के लिए रेत के थैलों का बाँध बनाया जा सकता है।

5. कच्चे तालाबों का निर्माण- अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में कच्चे तालाबों का अधिक-से-अधिक निर्माण कराया जाना चाहिए। ये तालाब वर्षा के जल को संचित कर सकते हैं, जिनका जल आवश्यकता के समय उपयोग में भी लाया जा सकता है।

6. नदियों को आपस में जोड़ना- विभिन्न क्षेत्रों में बहने वाली नदियों को आपस में जोड़कर बाढ़ के प्रकोप को कम किया जा सकता है। अधिक जल वाली नदियों का जल कम जल वाली नदियों में चले जाने से भी बाढ़ की स्थिति से सुरक्षा हो सकती है।

7, बस्तियों का बुद्धिमत्तापूर्ण निर्माण– बस्तियों का निर्माण नदियों के मार्ग से हटकर किया जाना चाहिए। नदियों के आस-पास अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में, सुरक्षा के लिए मकान ऊँचे चबूतरों पर बनाये जाने चाहिए तथा इनकी नींव व चारों ओर की दीवारों को मजबूत बनाना चाहिए।

8. तटबन्धों का निर्माण नदियों पर तटबन्धों का निर्माण करते समय इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि इससे किसी अन्य क्षेत्र में बाढ़ की समस्या न उत्पन्न हो। तटबन्धों की सुरक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए क्योंकि नदियों का जल ऊँचा होने पर ये तटबन्ध टूट सकते हैं तथा अधिक विनाशकारी बाढ़ आ सकती है। उपर्युक्त निवारक उपायों के अतिरिक्त पर्वतीय क्षेत्रों में निर्माण हेतु विस्फोटकों के प्रयोग को बचाना चाहिए, क्योंकि इससे भूस्खलन की सम्भावनाएँ बढ़ती हैं। ढालयुक्त भूमि पर सघन वृक्षारोपण तथा वन-विनाश को रोकने का अधिकाधिक प्रयास करना चाहिए।



Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions