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Bal Govind Bhagat grihsthi per Fir Bhi unhen Sadhu Kyon Kaha jata hai |
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Answer» अर्थात उनका एक घर परिवार भी था। उनकी एक उनका एक पुत्र था, पुत्रवधु थी। भले ही वह साधु-संतों जैसी आदते रखते थे लेकिन वह गृहस्थ वाला जीवन भी जीते। ... समाज में रहते और सामाजिक जीवन भी व्यतीत करते इसलिये लेखक ने बालगोबिन भगत को गृहस्थ कहा है। |
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