1.

बेंजीन की तुलना में ऐनिलीन में इलेक्ट्रॉन स्नेही प्रतिस्थापना शीघ्रता से हो जाता है, क्यों ?

Answer» `NH_(2)` समूह के नाइट्रोजन पर एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म होने के कारण ऐनिलीन अनुनाद द्वारा o-तथा p-दैशिक हो जाता है अर्थात o-तथा p-स्थितियों पर इलेक्ट्रॉन घनत्व अधिक हो जाता है । साथ ही यह रिंग की क्रियाशीलता को भी बढ़ाता है । अतः ऐनिलीन में इलेक्ट्रॉनस्नेही प्रतिस्थापना शीघ्रता से होता है ।


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