InterviewSolution
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भर्ती (Recruitment) किसे कहते हैं ? इनके आंतरिक और बाह्य प्राप्ति स्थान समझाइए । |
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Answer» भर्ती का सामान्य अर्थ : ‘भर्ती अर्थात् कर्मचारियों को खोजना और उनको नौकरी हेतु आवेदन करने के लिये प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया ।’ विशाल अर्थ में ‘भर्ती अर्थात् योग्य समय पर, योग्य संख्या में, योग्य स्थान के लिए, योग्य योग्यता प्राप्त व्यक्तियों को प्राप्त करने की प्रक्रिया।’ भर्ती के प्राप्ति स्थान : 1. आंतरिक प्राप्ति स्थान (Internal Sources) : (1) पदोन्नति द्वारा : इकाई में जब नई जगह उत्पन्न हो अथवा रिक्त स्थान पड़ने पर संचालक वर्तमान कर्मचारियों के काम, विशिष्ट ज्ञान, प्रमाणिकता व वफादारी जैसी बातों का मूल्यांकन करके इनके आधार पर पदोन्नति करते है । अपनी ही इकाई के कर्मचारी को उच्च पद प्रदान करने से उनका कार्य उत्पाह एवं वफादारी में वृद्धि होती है । पदोन्नति से कर्मचारी का वेतन, पद, अधिकार और दायित्व में वृद्धि होती है । (2) स्थानान्तरण करके : इकाई के एक विभाग में कर्मचारियों की कमी हो ऐसी स्थिति में इकाई के ही अन्य विभाग में आवश्यकता से अधिक कर्मचारी हो तब अतिरिक्त कर्मचारियों की योग्यता को ध्यान में रखकर योग्य स्थान पर स्थानान्तरण करके कर्मचारियों की कमी को दूर किया जाता है । (3) कर्मचारियों के मित्र व सगे सम्बन्धी को अवसर देना : इकाई में रिक्त स्थानों को भरने के लिए वर्तमान कर्मचारियों को सूचित किया जाता है । योग्य योग्यता वाले उनके सगे सम्बन्धियों या मित्रों को सिफारिश करने के लिए कहा जाता है । जिससे उनके पास से आवेदन मँगाकर भर्ती की जाती है । अपने मित्र व सगे सम्बन्धियों की भरती में सहभागी होने से वर्तमान कर्मचारियों के उत्साह व जिज्ञासा में वृद्धि होती है और वे गर्व अनुभव करते है । (4) पहले निकाले गये कर्मचारियों को पुन: बुलाना (Re call) करना : भूतकाल में जो कर्मचारी इकाई में काम करते थे उनको कोई कारण से कर्मचारियों को निकालना पड़ा हो अथवा अपनी इच्छा से अन्य इकाई में भर्ती हो चुके हो उनमें से संचालक अनुभवी, ज्ञान प्राप्त एवं कार्यदक्ष कर्मचारियों को पुनः बुलाना । (5) पदोन्नति के साथ स्थानान्तरण करके : इस पद्धति में इकाई के वर्तमान कर्मचारी इन्हीं संचालन के तहत अन्य स्थल पर संचालित इकाई में कर्मचारी की कार्यक्षमता, वफादारी एवं अनुभव को ध्यान में रखकर पदोन्नति के साथ स्थानान्तरण किया जाता है । जैसे मनपसंद शहर या गाँव के समीप पदोन्नति के साथ स्थानान्तरण किया जाता है । जिससे कर्मचारी का कार्य उत्साह व रूचि बढ़ती है । (6) प्रतीक्षा सूची (Waiting List) : भूतकाल में विज्ञापन देकर भर्ती की गई हो, तब आवश्यकता से अधिक उम्मीदवार पसंद करके उनकी सूची बनाकर रखी जाती है । जिसे प्रतीक्षा सूची कहते हैं । इसके कारण पुनः विज्ञापन नहीं देना पड़ता तथा भर्ती की प्रक्रिया का पुनरावर्तन भी नहीं होता । आवश्यकता पड़ने पर ऐसी सूची में से उम्मीदवार को साक्षात्कार के लिए बुलाकर चयन । कर लिया जाता है । II. बाह्य प्राप्तिस्थान (External Sources) (1) विज्ञापन (Advertisement) : भर्ती हेतु यह पद्धति श्रेष्ठ कहलाती है । वर्तमानपत्र, धंधाकीय सामयिक या विशिष्ट व्यवसाय के लिए सामयिको/समाचारपत्रों में विज्ञापन द्वारा आवेदन- पत्र मंगाये जाते है । इसके अलावा विभिन्न उम्मीदवार जो नौकरी के इच्छुक हो वह टेलीविजन, इन्टरनेट और वेबसाईट पर विज्ञापन देखकर ऑनलाईन आवेदन कर सकते है । विज्ञापन के द्वारा दूर-दूर के स्थानों से अधिक संख्या में आवेदन मंगा सकते है । उनमें से योग्य कर्मचारी का चयन हो सकता है । (2) रोजगार विनिमय संस्थाएँ (Employment Exchange Institution) : सरकारी और निजी रोजगार विनिमय संस्थाएँ नौकरी (3) शैक्षणिक संस्थाओं द्वारा : आधुनिक समय में बहुत-सी इकाइयाँ इस पद्धति से भर्ती करती है । व्यावसायिक शिक्षण देनेवाली संस्थाएँ, कॉलेज और विश्वविद्यालय का सम्पर्क स्थापित करके उसमें अध्ययनरत विद्यार्थियों की सीधी भर्ती (Campus Recruitment) करते है । इकाई में जिस प्रकार की योग्यता वाले कर्मचारियों की आवश्यकता हो इसके बारे में कॉलेज केरका में साक्षात्कार रखकर भी नियुक्तियाँ की जा सकती है । जैसे कि IIM अर्थात् Indian Institute of Management भारतीय प्रबन्धन संस्थान, IIT अर्थात् Indian Institute of Technology भारतीय तकनिकी संस्थान जैसी संस्थाएँ प्रतिवर्ष इस तरह के नियुक्ति मेले (Campus Placement) आयोजित किये जाते है। (4) श्रमिक संघो द्वारा : कई श्रमिक संघ भी धंधाकीय इकाई के श्रमिक सदस्यों का पंजियन करते रहते है । इकाई में कंपनी काम कम होने से अथवा अन्य किसी कारण से कर्मचारियों को निकाला जाता है । इकाई में पुनः तेजी आने से अथवा काम में वृद्धि होने से श्रमिक संघ/संगठन की मदद से ऐसे कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है । जैसे कपड़ा उद्योग, खान उद्योग, इत्यादि । (5) ठेकेदार (Contractor) द्वारा : इस पद्धति में ठेकेदार कर्मचारी प्रदान करने की जिम्मेदारी स्वीकारते है । यहाँ धंधाकीय इकाई (6) दरवाजे (Gate) पर नियुक्ति : संस्था/इकाई के मुख्य द्वार पर काम के बारे में जानकारी दर्शाता बोर्ड रखकर कर्मचारियों की भर्ती की जा सकती है । दैनिक मजदूरी (Daily wage) पर कर्मचारी रखने के लिए यह पद्धति अधिक अनुकूल है । (7) आधुनिक पद्धति : आधुनिक युग में इन्टरनेट के उपयोग द्वारा कर्मचारियों को प्राप्त किया जा सकता है । अलग-अलग एजेन्सियाँ अपनी वेबसाईट पर संभवित उम्मीदवारों के बारे में बायोडेटा एकत्रित करती है । इकाई में रिक्त स्थान होने पर यह एजेन्सी अथवा इकाई इनका उपयोग कके योग्य उम्मीदवार प्राप्त कर सकते है । सामान्य रूप से कुशल कर्मचारियों की भर्ती के लिए यह योग्य प्राप्ति स्थान कहलाता है । |
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