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बीत हुआ समय वापस नहीं आता पर निबंध |
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Answer» संसार में कुछ बातें ऐसी भी हैं, जिन पर बड़े से बड़े, समर्थ से समर्थ व्यक्ति का भी कोई वश नहीं चलता। चाह कर भी कोई कुछ नहीं कर सकता। एकदम लाचार और असमर्थ होकर लौट जाया करता है। यदि सब बातों पर आदमी का वश चल पाता, तो राजा महाराजा और बड़े-बड़े धनवान आदमी कभी भी मरना तो क्या बूढ़े तक ना हो पाते। अपनी इच्छा अनुसार वह लोग किशोर या जवान बने रहते। परंतु ऐसा कोई भी नहीं कर सकता। मैं अगर चाहूं कि 3-4 साल की उम्र में पहुंच जाऊं, जब मैं बिना किसी चिंता के सिर्फ खाया पिया, खेला और सोया करता था, मेरी शरारतों को बच्चा कह कर टाल दिया जाता था, नुकसान करने पर भी मुझे कुछ ना कह सिर्फ प्यार से समझा दिया जाता था, नहीं, उस आयु में आज चाह कर भी मैं नहीं पहुंच सकता। क्योंकि वह सब जो पीछे छूट गया है, बीत गया है, वहां चाहकर भी नहीं पहुंच सकता। आयु का जो भाग हम पीछे छोड़कर आज तक पहुंचे हैं, उसी का नाम है समय। समय, को एक बार बीत कर फिर कभी लौट आ नहीं सकता। |
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