InterviewSolution
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चतुष्फलकीय ज्यामिति के आलावा `CH_(4)` अणु की एक और संभव ज्यामिति वर्ग-समतलीय है जिसमे हाइड्रोजन के चार परमाणु एकज वर्ग के चार कानों पर होते हैं । व्याख्या कीजिए कि `CH_(4)` का अणु वर्ग समतलीय नहीं होता है । |
| Answer» वर्ग समतलीय ज्यामिति के लिए `dsp^(2)` संकरण आवश्यक होता है । C-परमाणु का उत्तेजित अवस्था में विन्यास `1s^(2),2s^(1),2p_(x)^(1),2p_(y)^(1),2p_(z)^(1)` होता है । अतः C-परमाणु में d-कक्षक नहीं है, इसलिये इसमें `dsp^(2)` संकरण नहीं हों सकता । `CH_(4)` में C -परमाणु `sp^(3)`-संस्कृत अवस्था में होता है इसलिये इसमें चतुष्फलकीय (tetrahedral) ज्यामिति होती है । | |