1.

डाइनाइट्रोजन और डाईहाइड्रोजन निम्नलिखित रासायनिक समीकरण के अनुसार अमोनोया बनाती है - `N_(2)(g)+3H_(2)(g)to2NH_(3)(g)` (i)यदि `2.00xx10^(3)g`डाइनाइट्रोजन `1.00xx10^(3)g`डाईहाइड्रोजन के साथ अभिक्रिया करती है, तो प्राप्त अमोनिया के द्रव्यमान का परिकलन कीजिए. (ii) क्या दोनों में से कोई अभिकर्मक शेष बचेगा? (iii) यदि हाँ, तो कौन-सा तथा उसका द्रव्यमान क्या होगा?

Answer» `underset(28g)underset(1"मोल")(N_(2))+underset(3xx2=6g)underset(3"मोल")(3H_(2))tounderset(2xx17=34g)underset(2मोल")(2NH_(3))`
`therefore28g` डाईनाइट्रोजन `(N_(2))` अभिक्रिया करती है =6g डाईहाइड्रोजन से
`therefore2.00xx10^(3)g ` डाईनाइट्रोजन `(N_(2))` अभिक्रिया करेगी `=6/28xx2.00xx10^(3)=42857g` डाईहाइड्रोजन से
स्पष्ट है, डाईहाइड्रोजन अधिकता में है तथा डाईनाइट्रोजन एक सीमान्त अभिकर्मक है.
`because28g` डाईनाइट्रोजन से उत्पन्न अमोनिया =34 g
`therefore2.00xx10^(3)g`डाईनाइट्रोजन से उत्पन्न अमोनिया `=34/28xx2.00xx10^(3)=2428.57g`
(ii) डाईहाइड्रोजन शेष बचेगा.
(iii) शेष `H_(2)` का द्रव्यमान `=1.00xx10^(3)-428.57=571.43g`


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