|
Answer» 15 अगस्त, 1947 से अनेक राजनैतिक दलों और सत्याग्रहियों ने गोवा, दीव और दमन में प्रवेश किया । - अनेक सत्याग्रही सरकारी अत्याचार के कारण गोवामुक्ति आन्दोलन में शहीद हुए ।
- पूर्तगालियों के अत्याचारों के कारण परिस्थिति विस्फोटक हो गई ।
- भारत सरकार ने जनरल चौधरी के नेतृत्व में ‘ऑपरेशन विजय’ अभियान चलाकर 18 दिसंबर, 1961 गोवा पर कब्जा कर दिया ।
- गोवा की प्रजा ने भारतीय सेना का सहयोग और स्वागत किया ।
- 19 दिसंबर, 1961 की मध्यरात्रि पूर्तगाली गवर्नर जनरल डी-सिल्वा ने शरणागति स्वीकार की ।
- गोवा, दीव, दमन में विदेशी शासन का अंत हुआ, तिरंगा फैराया गया ।
- संविधान के 17वें सुधार के अनुसार गोवा, दीव और दमन को भारतीय संघ में शामिल कर दिया गया ।
- 30 मई, 1987 के दिन गोवा को राज्य तथा दीव-दमन को केन्द्रशासित प्रदेश घोषित किया गया ।
|