1.

\'दोपहर का भोजन\' पाठ का शीर्षक किन दृष्टियो पूणतया साथक है।

Answer» duphar ka bhojan sirsak kina dristhiyo se purn tatha sarthak h spastha kija<br>\'दोपहर का भोजन \' कहानी मे निम्न - मध्यवर्गीय परिवार की गरीबी का मार्मिक चित्रण है। इस परिवार की स्थिति इतनी दयनीय है कि घर मे खाने के लिए भोजन नही है । इस कहानी का पूरा घटनाक्रम \'दोपहर के भोजन के समय ही घटित होता है, जो कहानी की मूल संवेदना को प्रभावी ढंग से अभिव्यक्त करने मे पूर्ण कुशल है । अतः यह शीर्षक सर्वथा उचित है ।


Discussion

No Comment Found