1.

एक चाँदी गेंद निर्वात में एक धागे से लटकायी गया है। इस पर 200 नैनोमीटर तरंगधैर्य का पराबैंगनी प्रकाश डाला जाता है। इसके परिणामस्वरूप गेंद कितना विभव प्राप्त करेगी ? ( चाँदी का कार्यफलन ` 4.7 eV , h = 6.6 xx 10^(-34)`, जूल - सेकण्ड ` c = 3 xx 10^(8)` मीटर/ सेकण्ड )

Answer» पराबैंगनी प्रकाश क़े फोटॉन की ऊर्जा
` E = (hc)/lambda = (( 6.6 xx 10^(-34)) xx (3 xx 10^(8)))/( 200 xx 10^(-9))`
` = 9.9 xx 10^(-17)` जूल
= ` ( 9.9 xx 10^(-17))/( 1.6 xx 10^(-19)) eV =6.2 eV`
चाँदी कार्यफलन ` phi_(0) = 4.7 eV`
आइन्सटीन की पकाशवैधुत समीकरण से प्रकाश इलेक्टॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा
` K_(max) = E- phi_(0) = 6.3 - 4.7 = 1.5 eV`
यदि गेंद के परिणामी विभव V हो तो
`eV = K_(max) = 1.5 eV`
V = 1.5 वोल्ट


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