InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
एक इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी में `50kV` वोल्टता के द्वारा त्वरित इलेक्ट्रॉनों का उपयोग किया जाता है । इन इलेक्ट्रॉनों से जुड़े दे ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य ज्ञात कीजिए। यदि अन्य बातों (जैसे कि संख्यात्मक द्वारक, आदि) को लगभग समान लिया जाए, इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता की तुलना पीले प्रकाश का प्रयोग करने वाले प्रकाश सूक्ष्मदर्शी से किस प्रकार होती है? |
|
Answer» Correct Answer - `lamda=5.5xx10^(-12)m` `lamda` (पीला प्रकाश) `5.9xx10^(-7)m` विभेदन क्षमता, तरंगदैर्घ्य के व्युत्क्रमानुपाती हैं इसलिए इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता, प्रकाशीय सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता से लगभग `10^(5)` गुना है। व्यवहार में दूसरे (ज्यामितीय) कारकों का अंतर इस तुलना को थोड़ा सा परिवर्तित कर सकता है। |
|