InterviewSolution
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                                    एक परमाणु के नाभिक के परितः एक इलेक्ट्रॉन 0.5 Å त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर 5.0 x 1015 चक्कर/से की आवृत्ति से घूम रहा है। परमाणु का चुम्बकीय-आघूर्ण ज्ञात कीजिए। | 
                            
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Answer»  कक्षा में चक्कर काटता इलेक्ट्रॉन एक धारा-लूप के तुल्य है, जिसमें धारा का मान। i = कक्षा के किसी बिन्दु से 1 सेकण्ड में गुजरने वाला आवेश = इलेक्ट्रॉन-आवेण x 1 सेकण्ड में चक्करों की संख्या = (1.6 x 10-19 कूलॉम) x (5.0 x 1015 सेकण्ड-1) = 8 x 10-4 ऐम्पियर तुल्य धारा-लूप का चुम्बकीय आघूर्ण M = Ni A जहाँ, N फेरों की संख्या है तथा A लूप का परिच्छेद-क्षेत्रफल है। यहाँ N = 1; i = 8 x 10-4 ऐम्पियर तथा A = πr² = π (0.5 x 10-10 मीटर)2 M = 1 x (8 x 10-4) x 3.14 x (0.5 x 10-10)2 = 6.28 x 10-24 ऐम्पियर-मीटर  | 
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