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एक संगोष्ठी पर एक संक्षिप्त नोट लिखें जाति प्रथा एक अभिशान है ?"PLEASE HELP ME GUYS"​

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जाति प्रथा' समाज की एक ऐसी बुराई थी जिसके चलते समाज के एक बड़े वर्ग को मनुष्यत्व के बाहर का दर्जा मिला हुआ था। 'जाति प्रथा' हमारे समाज की सबसे बड़ी रोग माना जाता है इसको कुछ पोषकों बहुत ज्यादा की आवश्यकता है , जाती प्रथा के कारण बहुत सारे लोगों के साथ अन्याय होता है |

'जाति प्रथा' के भेद-भाव से छोटे वर्ग के लोगों को बहुत कुछ सहन करना पढ़ता है | ऊँची जाती वाले लोग उन्हें , बहुत जगह पर प्रवेश करने से रोकते है , जैसे मंदिर , पानी भरने से आदि | जाति के आधार पर लोगों को काम दिया जाता है |

कबीर दास जी कहते हैं कि मनुष्य जीवन तो अनमोल है इसलिए हमें अपने मानव जीवन में किसी को दुःख नहीं चाहिए बल्कि हमें अपने अच्छे कर्मों के द्वारा अपने जीवन को उद्देश्यमय बनाना चाहिए। 'जाति प्रथा' जैसी बुराइयों को की जल्द से जल्द इस प्रथा को समाप्त किया जाना चाहिए |

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