1.

एक तन्त्र 400 J ऊष्मा को अवशोषित करता है एवं अपने परिवेश पर 150 J के समतुल्य करता है । तन्त्र की आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन की गणना कीजिए ।

Answer» तन्त्र द्वारा अवशोषित ऊष्मा, `q = 400 J`
तन्त्र द्वारा किया गया कार्य , `w = - 150 J`
ऊष्मागतिकी के प्रथम नियमानुसार,
`DeltaU = q + w`
`= 400+(-150)`
`= 250 J`
अतएव तन्त्र की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन 250 J होगा ।


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