InterviewSolution
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एक वायु क्रोडिय परिनालिका की अक्ष पर चुम्बकीय फ्लक्स-घनत्व (B) 0.05 वेबर/मीटर`""^(2)` है। इस परिनालिका के भीतर लोहे की एक क्रोड रखने पर B का मान बढ़कर 15 वेबर/मीटर`""^(2)` हो जाता है। लोहे के लिये आपेक्षिक एवं निरपेक्ष चुम्बकाशीलता ज्ञात कीजिए। |
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Answer» आपेक्षित चुंबकशीलता, `mu_(r)=B/B_(0)=(15 "वेबर/मीटर"^(2))/(0.05 "वेबर/मीटर"^(2))=300`. निरपेक्ष चुंबकशीलता `mu=mu_(r) mu_(0)` `=300xx(4pi xx10^(-7) "न्यूटन/ऐम्पियर"^(2))` `=3.768xx10^(-4)` न्यूटन/ऐम्पियर`.^(2)`| |
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