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गा रही है काति गायन, छोड़कर मैदान भागी, तारकों की फौज सारी।आ रही रवि की सवारी।चाहता, उछलूँ विजय कहपर ठिठकता देखकर यहरात का राजा खड़ा है, राह में बनकर भिखारी।आ रही रवि को सवारी ।क) रवि की सवारी से क्या आशय है ?ख) रवि की सवारी का रथ और पथ कैसे सहै ?ग) रवि का कीर्तिगायन कौन गा रहा है ?घ) रवि को देखकर कौन भाग गया ?ड.) रात का राजा खड़ा है, राह में बनकर भिखारी- आशरम्नलिखित प्रश्नों को उत्तर लिखें।से से शासर्ग और मलशब्द अलग कीजिपRavi ki sawari se kiya aasay hai |
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Answer» यहाँ पर कवि ने सूर्योदय के दृश्य का चित्रण किया है। रात के अँधेरे के बाद जब सूर्य का प्रकाश धरती पर पड़ता है तो आकाश से लेकर धरती तक दृश्य बड़ा ही आकर्षक होता है। सूर्य की किरणें चारों और फैलने लगती है सारी प्रकृति सूर्य के इस आगमन का अपने-अपने ढंग से स्वागत करने लगते हैं। |
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