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घर में रहनेवालों से ही घर, घर कहलाता है। पारिवारिक रिश्ते खून के रिश्ते हैं फिर भी उन रिश्तों को न खोल पाना कैसी विवशता है। अपनी राय लिखिए। |
Answer» घर में रहनेवालों से ही घर, घर कहलाता है। पारिवारिक रिश्ते खून के रिश्ते हैं फिर भी उन रिश्तों को न खोल पाना विवशता है ।Explanation: 1) कवि कहता है कि घर के लोग एक घर बनाते हैं। सभी सदस्य घर में रह रहे हैं लेकिन गरीबी के कारण कोई भी एक-दूसरे से बात नहीं कर रहा है। कोई भी अपनी समस्या एक दूसरे को नहीं बता रहा है। 2) रक्त संबंध वे संबंध हैं जो कभी खोले नहीं जाते हैं। 3) गरीबी ने उन्हें अलग कर दिया है। हर कोई चुप है क्योंकि कोई भी नहीं चाहता है कि वे बताएं कि जो एक दूसरे को चोट पहुंचाएगा। 4) इसलिए सभी चुप रहने की कोशिश कर रहे हैं और एक-दूसरे के साथ बात करने में झिझक महसूस कर रहे हैं। |
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