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Gopiyon Ne yah Kyon kaha hai ki Hari Har Rajniti per Aaye Hain.●_● plzz any one answer it . class ten questions |
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Answer» राजनीति छल, प्रपंच के पर्याय के रूप में हमेशा से जानी जाती रही है। फिर चाहे वो आजकल की आधुनिक राजनीति हो या मामा शकुनी वाली राजनीति। राजनीति में लोग अपनी बातों को घुमा फिरा कर कहते हैं। राजनीति में धर्म, कर्तव्य, विश्वास, अपनत्व, सुविचार आदि का कोई महत्व और स्थान नहीं है। फिलहाल आजकल की राजनीति में तो बिलकुल भी नहीं। राजनीति इतनी बुरी चीज है कि इसमें बाप, बेटे का नहीं होता। जिस प्रकार श्री कृष्ण अपनी बात को सीधे और सरल तरीके से न कहकर उद्धव को भेजकर घुमा फिरा कर बाते कर रहे हैं उससे यह लाइन ‘‘हरि अब राजनीति पढ़ आए हैं” बिलकुल ही चरितार्थ होती है। गोपियों द्वारा बोली गयी यह लाइन आजकल की राजनीति में भी नजर आती है। लोग झूठ, फरेब का सहारा लेते हैं। दूसरों के कंधे पर बन्दूक रखकर चलाते हैं। खुद को लोगों की नजरों में अच्छा बनाये रखना चाहते हैं। ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार श्री कृष्ण ने उद्धव को भेजकर किया था। उद्धव को आगे करके श्री कृष्ण ने घुमा फिरा कर बातें की। हर हाल में अपना स्वार्थ पूरा करना, अवसरवादिता, अन्याय, कमजोरों को सताना अधिकाधिक धन कमाना आज की राजनीति का अंग बन गया है। गोपियों ने राजनीति शब्द को व्यंग के रूप में प्रयोग किया है। आज के समय में भी राजनीति शब्द का अर्थ व्यंग के रूप में लिया जाता है। |
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