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होली के अवसर पर सारा गोकुल गाँव किस प्रकार रंगों के सागर में डूब जाता है? दूसरे छंद के आधार पर लिखिए। |
Answer» होली के अवसर पर सारा गोकुल गाँव होली के रंगों के सागर में डूब जाता है।दूसरे छंद के आधार पर : गोकुल की गलियों में सभी लोग होली के रंगों में डूब कर किसी को कुछ भी कह देते थे अर्थात अविवेक पूर्ण बातें करते हैं। कोई किसी के गुणों अवगुणों की परवाह नहीं करता । एक गोपी अपने रंगों में भीगे कपडों को अभी निचोड़ भी नहीं पाई थी कि दूसरी गोपी ने फिर से उस पर उड़ेल दिया । श्री कृष्ण के साथ होली खेलकर गोपियां तो अपने मन को उनके प्रेम में रंगा गया अनुभव करती हैं। उसके प्रेम करेंगे इतना गहरा है कि कभी भी वह नहीं उतरेगा। आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।। इस पाठ से संबंधित कुछ और प्रश्न:पद्माकर के भाषा-सौंदर्य को प्रकट करनेवाले अन्य कवित्त, सवैये भी संकलित कीजिए। अन्य कवियों की ऋतु संबंधी कविताओं का संग्रह कीजिए। |
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