InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
(i) नीचे दिए गये आँकड़ो को प्रयुक्त करके अभी गैसों को आदर्श मानते हुए निम्न अभिक्रिया के लिए `298 K` पर साम्यावस्था स्थिरांक की गणना कीजिए - `underset(एसिटिलीन)(3HC -=CH(g)) hArr underset("बेन्जीन")(C_(6)H_(6)(g))` `Delta_(f)G^(@)HC -= CH(g) = 2.09 xx 10^(5) J "mol"^(-1)` `Delta_(f)G^(@)C_(6)H_(6)(g) = 1.24 xx 10^(5) J "mol"^(-1)` `R = 8.314 JK^(-1) "mol"^(-1)` (ii) अपने उत्तर के आधार पर यह भी बताइए कि क्या इस प्रक्रम का प्रयोग प्रयोगात्मक रूप से बेन्जीन के निर्माण के लिए किया जा सकता है ? |
|
Answer» Correct Answer - (i) `1.43 xx 10^(88)`, (ii) हाँ । (i) दी गई अभिक्रिया है , `3HC -= CH(g) hArr C_(6)H_(6)(g)` इस अभिक्रिया के लिए, `DeltaG^(@) = {sumDelta_(f)G_(("उत्पाद"))^(@) - sumDelta_(f)G_(("अभिकारक"))^(@)` `={Delta_(f)G^(@)[C_(6)H_(6)(g)]} - {3xx Delta_(f) G^(@)[C_(2)H_(2)(g)]}` `= (1.24 xx 10^(5)) -(3xx2.09 xx 10^(5))` `DeltaG^(@) = -2.303 RT "log"_(10) K` `"log"_(10)K = - (DeltaG^(@))/(2.303 RT)` `= ((-5.03 xx 10^(5)))/(2.303 xx 8.314 xx 298)` `= +88.155` अतः `K = "antilog"_(10)(88.155) = 1.43 xx 10^(88)` (ii) अग्र अभिक्रिया के लिए `DeltaG` का मान ऋणात्मक है, यह अग्र दिशा में स्वतः प्रवर्तित होगी । साम्य स्थिरांक , K का अत्यधिक उच्च मान `(1.43 xx 10^(88))` दर्शाता है की अभिक्रिया अत्यधिक तीव्र वेग से होती है अर्थ एसिटिलीन से बेन्जीन का निर्माण तीव्रता से होती है । इस परकर्म में बेन्जीन की उपलब्धि काफी अधिक मात्रा में होनी चाहिए । अतः इस प्रक्रम का प्रयोग प्रयोगात्मक रूप से बेन्जीन के निर्माण के लिए किया जा सकता है । |
|