1.

जल के शुद्वीकरण में क्लोरीन को प्रयोग में लाया जाता है। क्लोरीन की अधिकता हानिकारक होती है। सल्फर डाई-ऑक्साइड से अभिरक्रिया करके इस अधिकता को दूर किया जाता है। जल में होने वाले इस अपचयोपचय परिवर्तन के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए।

Answer» इस अभिक्रिया को इस प्रकार लिख सकते है-
`overset(0)(CI_(2))(aq)+overset(+4)(S)overset(-2)(O_(2))(aq)+H_(2)O(l) to overset(-1)(CI^(-))(aq)+overset(+6)(S)overset(-2)(O_(4)^(2-))(aq)`
ऑक्सीकरण तथा अपचयन की अर्द्ध-अभिक्रिया लिखने पर
`overset(+4)(SO_(2)) to overset(+6)(SO_(4)^(2-))`(ऑक्सीकरण)
`SO_(2) to SO_(4)^(2-)+2e`
आवेश को `H^(+)` द्वारा सन्तुलित करने पर
`SO_(2) to SO_(4)^(2-) +2e+4H^(+)`
O-परमाणु को सन्तुलित करने लिए बायीं अणु ओर `H_(2)O` पर
`SO_(2)+2H_(2)O to SO_(4)^(2-)+2e+4H^(+)" "...(1)`
`overset(0)(CI_(2)) to overset(CI^(-))` (अपचयन)
`CI_(2)+2e to 2CI^(-)" "...(2)`
दोनों सन्तुलित अर्द्ध-अभिक्रियाओं को जोड़ने पर
`({:(CI_(2)+2e,to 2CI^(-)),(SO_(2)+2H_(2)O to , SO_(4)^(2)+2e+4H^(+)):})/(underline(CI_(2)(aq)+SO_(2)(aq)+2H_(2)O(l) to SO_(4)^(2-)(aq)+2CI^(-)(aq)+4H^(+)))`


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