1.

सोडियम बाइकार्बेनेट पर हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अभिक्रिया को निम्नलिखित आयनिक समीकरण में प्रदर्शित किया जाता है- `HCO_(3)^(-)+H^(+) to H_(2)O+CO_(2)` इस अभिक्रिया को आण्विक समीकरण के रूप में लिखों।

Answer» उपरोक्त अभिक्रिया में प्रदर्शित आयनों के सांगत दर्शक आयनों को इन आयनों के पास लिखने से अभिकारकों की ओर (side) की अभिक्रिया निम्न प्रकार हो जाती है-
`Na^(+)+HCO_(3)^(-)+H^(+)+CI^(-)`
`Na^(+)` व `CI^(-)` आपस में मिलकर `NaCI` बना लेते है। अतः पूर्ण अभिक्रिया को आण्विक समीकरण के रूप के रूप में इस प्रकार लिखा जा सकता है-
`NaHCO_(3)+HCI to NaCI+H_(2)O+CO_(2)`


Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions