Saved Bookmarks
| 1. |
“जो गुरु से मार खाते हैं उनका भविष्य उज्जवल होगा ही।” |
|
Answer» पढ़ाई के लिए विद्यार्थी का ध्यान पढ़ाई में होना जरूरी है। गुरु पढ़ा रहा है और विद्यार्थी का ध्यान कहीं और है तो वह जो पढ़ाया जा रहा है उसे ग्रहण नहीं कर सकता। गुरु के मार से विद्यार्थी का ध्यान पढ़ाई में लग जाता है। इस तरह जब वह एकान होकर पढ़ता है तो उसे सचमुच ज्ञानप्राप्ति होती है, उसकी बुद्धि का विकास होता है और उसमें योग्यता आती है। ऐसा होने पर ही उसका भविष्य उज्ज्वल होने में संदेह नहीं रहता। |
|