1.

K परावैद्युतांक पदार्थ के किसी गुटके का क्षेत्रफल समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटो के क्षेत्रफल के समाने है परंतु गुटके की मोटाई (3 /4 ) d है , यहां d प्लेटो के बीच पृथक्कन है | प्लेटो के बीच गुटके को रखने पर संधारित्र की धारिता में क्या परिवर्तन हो जाएगा ?

Answer» माना जब प्लेटो के मध्य कोई परावैद्युत नहीं है तब प्लेटो के बीच विद्युत क्षेत्र ` E_(0) = (V_(0))/(d)` है तथा विभवांतर ` V_(0)` है |
अब यदि कोई परावैद्युत पदार्थ रखा दिया जाता है , तो परावैद्युत में विद्युत में विद्युत क्षेत्र `E_(0) = (E_(0))/(K)` होगा |
अतः विभवांतर `V= (E_(0)d)/(4) + (E_(0))/(K).(3d)/(4)`
या ` V = (E_(0)d)/(4k) (K +3) = (V_(0))/(4k) (K+3)`
अर्थात विभवान्तर `(K + 3 ) /(4k ) ` के गुणज द्वारा कम हो जाता है |
जबकि प्लेटो पर आवेश ` Q_(0)` अपरिवर्तित रहता है | इस प्रकार संधारित्र की धारिता में वृद्धि होती है
अतः धारिता `C= (Q_(0))/(V) = (4KQ_(0))/((k +3)V_(0)) =(4k)/(k+3) C_(0), [because C_(0) = (Q_(0))/(V_(0))]`


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