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Answer» काली (रेंगूर) मिट्टी भारत के कुल क्षेत्रफल के 15% भाग में फैली है । - इस जमीन का निर्माण दक्षिण के लावा के फैलने से हुआ है ।
- समग्र महाराष्ट्र, पश्चिम मध्य प्रदेश, कर्णाटक और आंध्रप्रदेश के कुछ भागों में पायी जाती है ।
- गुजरात में सूरत, भरूच, बड़ोदरा, नर्मदा, तापी और डाँग जिलों में पायी जाती है ।
- इस जमीन का निर्माण लावा की चट्टानों जलवायु की आभारी है ।
- लोहा, चूना, केल्शियम, पोटाश, एल्युमिनियम और मेग्नेशियम, कार्बोनेट की मात्रा अधिक पायी जाती है ।
- यह जमीन अधिक उपजाऊ होती है । इस जमीन में नमी धारण करने की शक्ति अधिक होती है ।
- इस जमीन में कपास, अलसी, मूंगफली, तम्बाकू और उड़द जैसी दलहने आदि फसलें ली जाती है ।
- कपास की फसल के लिए अनुकूल होने से इसे कपास की फसल भी कहते हैं ।
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