Saved Bookmarks
| 1. |
कौसिक सुनहु मंद येहु बालकु। कुटिलु कालबस निज कुल घालकु।। ka arth |
|
Answer» there is UR answer HOPE it will HELP u Explanation: तुलसीदास - राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद कौसिक सुनहु मंद येहु बालकु। कुटिलु कालबस निज कुल घालकु।। भानुबंस राकेस कलंकू। |
|