 
                 
                InterviewSolution
 Saved Bookmarks
    				| 1. | खण्ड क.अपठित गद्यांश - ६ मार्क प्रश्न १.निम्नलिखित गद्यांशो के आधार पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए आज मित्रो के अभाव में मनुष्य कुछ खोया - खोया सा रहता हैं, क्योंकि वह अपने सुख - दुःख की बात किससे करें, विपत्ति के समय सहायता किससे माँगे, हँसी मजाक किससे करें, किसी समस्या का हल किससे पूछे, तथा अपना समय किसके साथ बिताए सच्चे मित्रो का मिलना सरल नहीं होता, सच्चा मित्र ईश्वर का सबसे प्रिय वरदान हैं मित्राता संसार की सबसे बड़ी नियामत हैं सच्चा मित्रा वही हैं , जो विश्वासपात्र तथा सदाचारी हो जो आवश्यकता पड़ने पर काम आए, वही सच्चा मित्रा होता हैं तुलसीदास ने पअने ग्रंथ रामचरितमानस मे मित्रो के लक्षण बताते हुए कहा हैं कि सच्चा मित्र वही हैं, जो अपने मित्रा के दु:ख से दुश्खी हो , अपने बड़े से बड़े दुष्ठख को धूल कण के समान तथा मित्र के धूल कण के समान दुःख को भी बड़ा समझे मित्र को बुरे मार्ग पर से रोक कर अच्छे मार्ग पर चलाए, मित्र के गुणो को प्रकट करें और उसके अवगुणों को छिपाए , विपत्ति के समय सौ गुणा स्नेह करें और लेन देन में शंका न करे , और अपनी शक्ति के अनुसार सदा उसका हित ही करता रहे मन में कुटिलता रखे ऐसे मनुष्य को मित्र नही बनाना चाहिए सच्ची मित्रता मछली और पानी जैसी होनी चाहिए तालाब में जब तक जल रहा, मछलियाँ भी प्रसन्न रही, परंतु जब पानी पर विपत्ति आई और वह समाप्त होने लगी, तो मछलियाँ भी उदास रहने लगी पानी के समाप्त होने पर मछलियों ने भी अपने प्राण त्याग दिए मित्रता दूध और जल की सी नही होनी चाहिए जब दूध पर विपत्ति आई, तो पानी भाप बनकर उड़ गया और अकेला दूध जलने लगा जब मनुष्य पर विपत्ति आती हैं, तो उसी समय सच्चे मित्रो की पहचान भी होती हैं स्वार्थवश की गई मित्रता संकट के समय समाप्त हो जाती हैं क. मित्र की आवश्यकता किसलिए होती हैं ख. ग सच्चा मित्र ईश्वर का वरदान क्यों हैं तुलसीदास जी ने अच्छे मित्र के क्या लक्षण बताए हैं | 
| Answer» (क) मित्र की आवश्यकता होता है। मित्र से ही मनुष्य अपने सुख दुख की बात करते हैं। मित्र वही होता है जो विपत्ति के समय सहायता करते हैं। मित्र के साथ ही हम हंसी मजाक कर सकते हैं। मित्र से हम किसी भी समस्या का हल पूछ सकते हैं। मित्र वही होता है जो आवश्यकता पड़ने पर काम आए। | |