InterviewSolution
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की भारत काल सोकर उन तो देखा कि दोनोबेल परली पर खो।पटक रहा था। पुरने तक पोज कीचड़ में सने है और दोनों की आँखोंबलों को देखकर स्नेह से गदगद हो गया। दौड़कर उन्हें गले लगा लिहा ही मनोहर था। पर और गांव के लड़के जमा हो गए और तालिगाँव के इतिहास में यह घटना अभूतपूर्व स होने पर भी महत्वपूर्णरों को अभिनंदन पर देना चाहिए) कोई अपने घर से रोटियाँ लारम) प्रातः काल सो कर उरले के बाद सूरी ने क्या देखा 798HdRAISEARन) बैलों की डीरता का अभिनंदन पत्र देने का निश्चय किसनेREasana AARAरन) किसकी आँखों में विद्रोहमय स्नेह झझलक रहा था?ज4) बैलों की क्या दशा थी ? - 25याहता A Facsaksiविदमय - 2678न5) तालियाँ बजा- बजाकर कौन बैलों का स्वागत करने ।ADcिom.dat.kaa.... |
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