InterviewSolution
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किसी p-n संधि डायोड में धारा को इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है- `I=I_0[exp((eV)/(k_BT))-1]` जहाँ `I_0` को उत्क्रमित संतृप्त धारा कहते हैं, V डायोड के सिरों पर वोल्टता है तथा यह अग्रदिशिक बायस के लिए धनात्मक तथा पश्चदिशिक बायस के लिए ऋणात्मक है। I डायोड से प्रवाहित धारा `k_B` है बोल्ट्जमैन नियतांक `(8.6xx10^(-5)eV//K)` है तथा T परम ताप है। यदि किसी दिए गए डायोड के लिए `I_0=5xx10^(-12)` A तथा T = 300K है, तब यदि पश्चदिशिक वोल्टता को 1V से 2V कर दें तो धारा का मान क्या होगा? |
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Answer» इन दोनों वाल्टता के लिए I का मान लगभग `I_0` के बराबर होगा । इस प्रकार `I=5xx10^(-12)A` |
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